सामाजिक सहभागिता
विद्यालय की प्रगति तभी संभव है जब सभी हितधारकों के बीच आपसी सामंजस्य हो। इसके लिए विद्यालय में समय-समय पर कई तरह के प्रयास किए जाते हैं जैसे अभिभावक शिक्षक बैठक, दादा-दादी दिवस, विद्या प्रवेश उत्सव आदि।
विद्यालय की प्रगति तभी संभव है जब सभी हितधारकों के बीच आपसी सामंजस्य हो। इसके लिए विद्यालय में समय-समय पर कई तरह के प्रयास किए जाते हैं जैसे अभिभावक शिक्षक बैठक, दादा-दादी दिवस, विद्या प्रवेश उत्सव आदि।